महारानी के डॉक्टर्स की करामात, बीमारी को दी मात, कामयाब रहा प्रयास, बस्तर में जगी नई आस।
जगदलपुर संवाददाता सुशील पांडेय की रिपोर्ट:-
यूं तो जगदलपुर का महारानी अस्पताल बस्तर इलाके का संबल रहा है। पर कई ऐसी बीमारियां रही हैं जिनके इलाज के लिए बस्तर वासियों को रायपुर या विशाखापट्टनम की राह पकड़ने की नौबत आन पड़ती रही। अब pigtail catheter method को कामयाबी के साथ अंजाम देकर इस अस्पताल ने अपना मान बढ़ाया है।दरअसल इस तरह के इलाज की सुविधा प्राइवेट हॉस्पीटल में तो रही है, लेकिन सरकारी अस्पताल में कमतर रही है। पिछले दिनों बकावंड इलाके का एक मरीज अस्पताल पहुंचा, जांच उपरांत उसके लीवर में मवाद की मौजूदगी पाई गई। जिसके बाद सर्जन डॉक्टर दिव्या ने नई तकनीक इस्तेमाल में लाने की पहल की। सिविल सर्जन डॉ संजय इस कामयाबी पर खुशी जाहिर कर रहे हैं। उनके मुताबिक अब बस्तर इलाके के मरीजों को संभाग के बाहर नहीं जाना पड़ेगा।