चमकते सूर्य पर काले बादलों का साया … ! सवाल ये, कि सियासी कदों के साथ तस्वीरों की पहेली को कौन सुलझाएगा ? पढ़िए कोयले का खेल और सियासी तालमेल !
ये तस्वीरें सत्ता पक्ष ने जारी की है। हालांकि पहल विपक्ष ने की। लेकिन तय है, कि विपक्ष इसके बाद भी मौन नहीं रहने वाला। तस्वीरों के इस खेल के पीछे का सच क्या है ? ….. इसका जवाब हर जगह सुनाई दे रहा ये जुमला पेश कर रहा है …. कि “ये पब्लिक है , सब जानती है। ” खबर सूर्यकांत तिवारी नामक शख्स से जुड़ी है । कोयले के काले कारोबार पर नकेल कसने के लिए हुई रेड के बाद ये नाम सुर्खियों में आया है।
दरअसल सूर्यकांत की कांति छत्तीसगढ़ में आभा बिखेर रही थी, अचानक आईटी रेड के काले बादल मंडराए और तस्वीर बदल गई। एक नामचीन दैनिक समाचार पत्र के मुताबिक महासमुंद में इनके पास छापेमारी के दौरान आईटी टीम के सामने करोड़ों के बेनामी लेन-देन का खुलासा हुआ है। जिसके बाद पांच जुलाई को बीजेपी ने इस शख्स का रिश्ता कांग्रेस से जुड़े होने का आरोप लगाया, तो वहीं जवाब में कांग्रेस ने भाजपा नेताओं संग सूर्यकांत की तस्वीर जारी कर दी । खैर सूर्यकांत तिवारी कौन हैं ? इसका जवाब कोल बेल्ट के सभी कारोबारियों के पास है। मौजूदा दौर मे सियासत आरोप-प्रत्यारोप के संबल पर ही गतिशील है। इस पूरे मामले में किसी तरह की राय बेमानी है। आने वाले वक्त में सूर्यकांत पर सियासत किस हद तक जारी रहती है, ये देखने वाली बात होगी। तब तक आप भी कीजिए इंतजार, क्योंकि हम तो बस चुप ही रहेंगे।