Lok Sabha Elections 2024; मुंबई सट्टा बाजार नहीं करती भाजपा के 400 पार का समर्थन
Edited by; Jyoti Dewangan, Published Date; 29 May 2024
Lok Sabha Elections 2024; लोक सभा चुनाव 2024 जोकि 19 अप्रैल को शुरु हुआ था वो अब अपनी समाप्ति की ओर है. एक जून को सातवें और आखिरी फेज की वोटिंग होगी और फिर चार जून को नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे. इस बीच चुनाव के नतीजे कैसे होंगे उसे लेकर कयासबाजी लगनी शुरू हो गई है. तमाम चुनावी विश्लेषकों के साथ-साथ अलग-अलग जगहों के सट्टा बाजार अपने-अपने दावे कर रहे हैं. इस बीच मुंबई के सट्टा बाजार ने उत्तर प्रदेश के नतीजों को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है. खबर में आगे जानिए मुंबई का सट्टा बाजार भाजपा को यूपी में कितनी सीटें दे रहा है और किन-किन उम्मीदवारों की जीत का अनुमान लगा रहा है.
आपको बता दें मुंबई के टॉप बुकी ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा कि शुरुआत में यानी पहले चरण की वोटिंग से पहले भाजपा के नंबर ज्यादा थे. हालांकि तीन चरण की वोटिंग के बाद देखा गया कि भाजपा के लिए गिरावट का रुझान है. सट्टा बाजार फिलहाल उत्तर प्रदेश में भाजपा के नेतृत्व वाले NDA को 64 से 66 सीटों पर जीतने की भविष्यवाणी कर रहा है.
जानिए क्या अनुमान है सट्टा बाजार के;
अमेठी सीट पर भाजपा की स्मृति ईरानी को जीत मिल सकती है.
रायबरेली सीट पर कांग्रेस के राहुल गांधी फतह हासिल कर सकते हैं.
मैनपुरी सीट पर सपा की डिंपल यादव की जीत की बात कही जा रही है.
लखनऊ में भाजपा के राजनाथ सिंह ढाई लाख के वोटों के अंतर से चुनाव जीत सकते हैं.
सट्टा बाजार ने कन्नौज में अखिलेश यादव और मेरठ ने भाजपा के अरुण गोविल के जीतने की भविष्यवणी की है.
मुंबई के टॉप बुकी के मुताबिक, वोटिंग से पहले सट्टा बाजार देश में भाजपा को 315 से 325 सीटें और कांग्रेस को 45 से 55 सीटें मिलने का अनुमान लगा रहा था. हालांकि तीन चरण के मतदान के बाद भाजपा के लिए गिरावट का रुझान रहा. उस वक्त भाजपा को 270 से 280 सीटें मिलती दिख रही थीं. जबकि कांग्रेस 70 से 80 सीटों की ओर अच्छी बढ़त दिखा रही थी.
सट्टा बाजार नहीं करती बीजेपी के 400 पार का समर्थन;
हालांकि अब 6 चरणों की वोटिंग के बाद एक बार फिर हालात बदल गए हैं. सट्टा बाजार फिलहाल भाजपा के 295 से 305 सीटें जीतने के पक्ष में है. जबकि कांग्रेस के लिए बाजार का पूर्वानुमान 55 से 65 सीटों का है. शीर्ष सट्टेबाज ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “बाजार ने कभी भी 400 पार नारे का समर्थन नहीं किया. सट्टा बाजार के भाव के मुताबिक 350 सीटें भी संभव नहीं लगतीं.”