भोपाल के चुनावी मैदान में सियासी उतार-चढ़ाव का विश्लेषण: क्या हैं दोनों दलों की रणनीतियाँ?
Edited by; Jyoti Dewangan, Published by; 22 April 2024
MP News:भोपाल के चुनावी मैदान में दूसरे चरण में सियासी उतार-चढ़ाव तेज हो रहा है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों दलों ने पहले चरण के अनुभवों से सीख कर अपनी रणनीति में संशोधन किया है। इसमें मुख्य रूप से चुनावी मुद्दों के परिवर्तन और नई चुनौतियों का सामना करना शामिल है। वे अब अपने वादों को और उनके प्रभाव को और भी मजबूत करने के लिए प्रयासरत हैं। कांग्रेस ने विकास और समाज कल्याण को अपनी प्रमुख चुनावी प्लेटफॉर्म बनाया है, जबकि बीजेपी ने राष्ट्रीय सुरक्षा और प्रगति को अपना मुख्य विषय बनाया है। उनका मुख्य लक्ष्य है चुनावी उत्तरदाताओं को अपने विचारों से प्रेरित करना और अपने नेतृत्व को स्थायित्व और विकास की दिशा में देश को अग्रणी बनाने के लिए वोटरों को प्रेरित करना है।
बीजेपी ने एमपी में हर बूथ की जानकारी जुटाने के लिए एक एप्लिकेशन का इस्तेमाल कर रही है, जिससे वे अब सघन जनसंपर्क अभियान में अधिक प्रभावी हो सकते हैं। इस अभियान में पर्चियों का वितरण, डोर-टू-डोर कैंपेनिंग, और पीले चावल का वितरण शामिल है। वे हर वोटर को कॉल करने का लक्ष्य रख रहे हैं और अपने विधायकों से 10% अधिक वोटिंग करवाने का टारगेट निर्धारित किया है। साथ ही, मंत्रियों को सख्ती से मॉनिटरिंग का निर्देश देकर बीजेपी ने अपने इरादे को साफ किया है। कांग्रेस भी अपनी रणनीति में कुछ बदलाव किए हैं और अपने प्रचार अभियान को मजबूत करने की कोशिश कर रही है।