सोरेन को सताने लगा सत्ता गंवाने का डर, रायपुर का रिसॉर्ट बना विधायकों का अस्थायी घर …… क्या रंग लाएगा रांची से रायपुर तक का सफर ?
*जिसको घुमाए सियासत यार, वो तो लूटे रिसॉर्ट में बहार …..
सत्ता के सुर पर थिरकेंगे हम, देखेंगे यारी की प्याली का दम *….
ये जुमला छत्तीसगढ़ की फिजाओं में तेजी से तैर रहा है ।खास तौर पर भाजपा नेताओं की जुबान पर छाया हुआ है। दरअसल मेफेयर रिसॉर्ट झारखंड की सत्ता का नया पनाहगाह बन गया है। यहां झारखंड के दो दर्जन से ज्यादा विधायक मौजूद हैं। पूरा मामला ये है, कि सोरेन को बतौर विधायक अयोग्य घोषित किए जाने की निर्वाचन आयोग की अनुशंसा की खबर ने झारखंड में सियासी भूचाल ला दिया। इधर मामले में राज्यपाल की चुप्पी से सीएम को हॉर्स ट्रेडिंग की आशंका सताने लगी। ऐसे में उन्होंने आनन -फानन में विधायकों को रिसॉर्ट सुख मुहैया कराने का फैसला लिया और उन्हें रायपुर रवाना कर दिया।
विधायकों को इस तरह का सुख हासिल होना कोई नई बात नहींं है। सियासत में विपक्ष का हमलावर होना भी स्वभाविक है। लेकिन इस मामले में ब्रांडेड शराब से भरे वाहनों का कैमरे में कैद हो जाना तूल पकड़ने लगा है। जानकारों के मुताबिक ये वीडियो शराब की खेप माननीय महोदय लोगों की सेवा में रिसॉर्ट पहुंचाने के दौरान का है। पूर्व सीएम रमन सिंह ने तुरंत वीडियो डाल कर ट्विट करते हुए सीएम भूपेश बघेल को आड़े हाथों लिया ।हालांकि अभी तक इस मसले पर कांग्रेस का बयान सामने नहीं आया है।
खैर सभी जानते हैं मौजूदा सियासी दौर में शुचिता की दुहाई किस हद तक दी जा सकती है। ये बात दीगर है, कि झारखंड में आतताइयों ने आतंक मचा रखा है, इधर कथित सत्ता – सुरा और सुर के सहारे सुरमयी शाम यादगार बनाने में जुटी है। तब तक ये वक्ती तौर पर नया जुमला आपके लिए – “सियासत और जंग में सब जायज हैं “।
सुल्तान का शाही फरमान, रायपुर से संभालों रांची की कमान!
रिसॉर्ट से करेंगे जन नुमाइंदगी ! अवाम संग ये कैसी दिल्लगी ?