ब्रेकिंग न्यूज़

भोपाल – मुख्यमंत्री के निर्देश पर एक्शन में पुलिस, सड़कों पर उतरे 15000 पुलिसकर्मी, 8 हजार से ज्यादा बदमाशों की धरपकड़, 75 से अधिक इनामी बदमाश गिरफ्तार….. भोपाल – बकरीद पर विश्व हिंदू परिषद का बड़ा बयान, राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने दी चेतावनी, कुर्बानी के नाम पर नालियों में ना बहे खून, मौलाना औसाफ शाहमीरी खुर्रम ने किया पलटवार, कुर्बानी त्याग और बलिदान का दिन…… बिलासपुर – बिलासपुर में युवक पर चाकू से हमला, चाकूबाजी में युवक की हालत गंभीर, रतनपुर थाना क्षेत्र के कन्हैयापारा का मामला, फरार आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस…. रायपुर – प्रत्यक्ष प्रणाली से नगरीय निकाय चुनाव पर विचार, मामले में उपमुख्यमंत्री अरूण साव का बयान, शासन स्तर पर निकाय चुनाव की तैयारियां लगातार जारी है, सभी निकायों में वार्डों के परिसीमन के निर्देश दिए गए हैं, प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प्रणाली को लेकर सुझाव लिए जा रहे हैं, जल्द ही इस संबंध में अंतिम निर्णय कर लिया जाएगा..

महिला बाल विकास मंत्री के इलाके में इलाज के लिए भटक रही महिलाएं। सिर्फ नाम के लिए सर्वसुविधायुक्त है जिला अस्पताल।

Shocking news of balod hospital

छत्तीसगढ़ का ये जिला ना तो सुदूर इलाके में है और ना ही मौजूदा सरकार के लिए नजरंदाज करने लायक। बात की जा रही है बालोद जिले की। यहां से कांग्रेस के तीन विधायक जनता की नुमाइंदगी करते हैं। इनमें महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया का नाम भी शामिल है। लेकिन जिले में महिलाओं के लिए ही इलाज की बेहतर सुविधा नहीं है। आलम ये है, कि जिला अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ मौजूद नहीं होने के चलते महिला मरीजों को इलाज के लिए लगातार दूसरे जिलों में रेफर किया जा रहा है।
बालोद को जनवरी १२ में जिला का दर्जा हासिल हुआ। इस शहर की दूरी धमतरी से ४४ और दुर्ग सेे ५८ किलोमीटर है। ९ लाख की आबादी वाले इस जिले में सौ बिस्तरों वाला सरकारी जिला अस्पताल लोगों के लिए खास मायने रखता है। लेकिन तकरीबन पिछले दो माह से यहां स्त्री रोग विशेषज्ञ नहीं है। इसका खामियाजा सीधे तौर पर गर्भवती के साथ-साथ सामान्य महिलाओं को भी भुगतना पड़ रहा है। ऐसे में सर्वसुविधायुक्त अस्पताल की मौजूदगी का दावा यहां महज कागजी बन कर रह गया है। गौर करने वाली बात ये है, कि ये हालात जिस जिले में है, वहां से महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया और एक संसदीय सचिव समेत तीन विधायक सरकार में शामिल हैं।

*क्या कहना है मुख्य स्वास्थ्य एवम चिकित्सा अधिकारी का *

~~” शासन को सूचित कर स्त्री रोग विशेषज्ञ नियुक्ति की मांग की गई है। वर्तमान में सभी निजी अस्पताल और निजी चिकित्सकों के साथ बैठक की गई है। इसमें सहमति बनी है, कि जटिल केस होने पर गायनिक डॉक्टर जिला अस्पताल में सेवा मुहैया कराएंगे “~~

सीएमएचओ की पहल से चंद चुनींदा जरुरतमंद मरीजों को यकीनन फायदा होगा, लेकिन ये समाधान नहीं है। सवाल ये है , कि सरकारी योजनाओं को आखिरी इंसान तक पहुंचाने का दावा करने वाले ये जनप्रतिनिधि क्या अपने जिले की इतनी बड़ी समस्या से वाकिफ नहीं? अगर हैं, तो इसका निदान क्यों नहीं हो रहा ?

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *