सिंहासन मोह में विद्रोह!, उद्धव सहेंगे सत्ता विछोह!, राउत की रार का प्रतिकार!, हालात का कौन जिम्मेदार?
साहब ये मौजूदा दौर की राजनीति है । ऊंट कब , किस करवट बैठ जाए भरोसा नहीं । महाराष्ट्र में शिवसेना की बौखलाहट बढ़ती जा रही है । राउत ने उद्धव ठाकरे के इस्तीफा देने की बात से इनकार कर दिया है । उधर उद्धव ने सीएम हाउस खाली कर दिया है , साथ ही बागी शिव सैनिकों के सामने आकर कहने पर सीएम पद छोड़ देने का दावा किया है ।जरा गौर फरमाइए इस सियासी चाल पर । उद्धव सीधे तौर पर इमोशनल कार्ड खेल रहे हैं , तो सिपहसालार राउत मजबूती के साथ लड़ाई लड़ने का इरादा जता रहे हैं। इधर सियासी जानकारों की मानें, तो बात सिर्फ सत्ता की नहीं , उद्धव के सामने शिवसेना की बागडोर गंवाने का संकट है। खबरों के मुताबिक शिंदे के पास अब दो तिहाई विधायक हैं। ऐसे में उन पर दल बदल कानून नहीं लागू हो सकता है ।
खैर बगावत की चिंगारी भड़कने की वजह सिर्फ उद्धव , आदित्य नहीं, बल्कि कहीं ना कहीं राउत का तानाशाह रवैया भी रहा है । शिंदे सीएम बनने से इनकार कर रहे हैं । भाजपा की तरफ से भी सरकार बनाने का दावा अब तक नहीं किया गया है । मामला दिलचस्प है । पिछली बार तो पवार के पॉवर गेम ने महाअघाड़ी की सत्ता बचा ली, लेकिन मौजूदा सियासी संकट में नतीजा क्या होने वाला है ? इस पर सस्पेंस बना हुआ है।