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New Criminal law; अपराधों की विवेचना में नए दिशा-निर्देश: छत्तीसगढ़ पुलिस का जागरूकता अभियान

All you need to know about Criminal Law: An Insight

Edited by; Jyoti Dewangan, Published Date; 22 June 2024

पेंड्रा (CG News); एक जुलाई से देश भर में लागू होने वाले नए कानून, भारतीय न्याय संहिता (Indian Penal Code), को लेकर पुलिस ने लोगों के बीच जाकर इसके प्रावधानों को समझाने की पहल शुरू की है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने इस दिशा में पहला सेमिनार गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के प्रेस क्लब में आयोजित किया। इस सेमिनार में जिले के पत्रकारों के साथ-साथ जनप्रतिनिधि भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। इस अवसर पर जिले की एसपी भावना गुप्ता सहित विभिन्न कानून विशेषज्ञों ने नए कानून के प्रावधानों को विस्तार से समझाया।

सेमिनार में एसपी भावना गुप्ता और कानून विशेषज्ञों ने नए कानून में वर्णित प्रावधानों को विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि भारतीय न्याय संहिता के नए प्रावधानों में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं, जिनमें इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों का महत्व और उपयोगिता भी शामिल है। इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों की स्वीकार्यता और उनका न्याय प्रक्रिया में उपयोग अब पहले से अधिक सुलभ और महत्वपूर्ण हो गया है। यह कदम डिजिटल युग में न्याय प्रणाली को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

विशेषज्ञों ने नए कानून के विभिन्न धाराओं और अपराधों के संबंध में विवेचना प्रक्रिया पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि नए कानून के तहत अपराधों की जांच और विवेचना के लिए नए दिशा-निर्देश और प्रक्रियाएं निर्धारित की गई हैं, जो न्याय प्रक्रिया को और अधिक सटीक और त्वरित बनाएंगी। नए कानून के प्रावधानों का उद्देश्य अपराधियों को कठोर सजा देना और पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाना है।

सेमिनार में उपस्थित लोगों ने नए कानून के बारे में जागरूकता बढ़ाने के इस प्रयास की सराहना की और इसे एक सकारात्मक कदम माना। जनप्रतिनिधियों ने भी इस पहल का स्वागत किया और विश्वास जताया कि इस तरह की जानकारी और जागरूकता से आम जनता को लाभ होगा और वे नए कानून के प्रावधानों को बेहतर तरीके से समझ सकेंगे। पत्रकारों ने भी इस मौके पर सवाल पूछकर अपनी शंकाओं का समाधान किया और इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के सेमिनारों से जनता को सही जानकारी मिलती है, जो समाज में कानून के प्रति विश्वास को मजबूत करती है।

इस पहल के माध्यम से छत्तीसगढ़ पुलिस ने न केवल लोगों को नए कानून की जानकारी दी, बल्कि उन्हें इसके महत्व और उपयोगिता के बारे में भी जागरूक किया। इस तरह के सेमिनार और जागरूकता कार्यक्रमों से उम्मीद है कि लोग नए कानून को समझेंगे और इसका सही तरीके से अनुपालन करेंगे। इससे न्याय प्रणाली में सुधार और अपराध नियंत्रण में भी मदद मिलेगी। पुलिस और कानून विशेषज्ञों का यह संयुक्त प्रयास समाज में न्याय और कानून के प्रति विश्वास को और मजबूत करेगा।

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