नरवा विकास योजना: कैम्पा मद से वनमंडल रायगढ़ अंतर्गत 35 हजार से अधिक भू-जल संरक्षण संबंधी संरचनाओं का हो रहा निर्माण
रायपुर, 16 नवम्बर 2021/ राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी ‘नरवा विकास योजना‘ के तहत रायगढ़ वनमंडल में कैम्पा मद के अंतर्गत 17 विभिन्न नालों में 35 हजार 286 भू-जल संरक्षण संबंधी संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। इसका निर्माण कैम्पा की वार्षिक कार्ययोजना 2019-20 तथा 2020-21 के तहत 7 करोड़ 36 लाख रूपए की स्वीकृत राशि से जारी है। इनके निर्माण से 81 हजार 829 हेक्टेयर रकबा को उपचार का लाभ मिलेगा।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि इनमें कैम्पा की वार्षिक कार्ययोजना 2019-20 में रायगढ़ वनमंडल अंतर्गत 203 किलोमीटर लम्बाई के 8 विभिन्न नालों में 4 करोड़ 13 लाख रूपए की राशि से 26 हजार 816 संरचनाओं का निर्माण शामिल हैं। जिनमें से चक्रधर नाला में 2 करोड़ 24 लाख रूपए की राशि से 24 हजार संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। इससे 12 हजार 796 हेक्टेयर भूमि उपचारित होगी। इसी तरह पीड़ीझर नाला में 34 लाख रूपए की राशि से 143, सपनई नाला में 12 लाख रूपए की राशि से 33, दंतार नाला में 19 लाख रूपए की राशि से 54 तथा कछारनाला में 73 लाख रूपए की राशि से 2 हजार 76 संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा चीनी नाला में 19 लाख रूपए की राशि से 139, बेलपाली नाला में 15 लाख रूपए की राशि से 214 और जीरा नाला में 17 लाख रूपए की राशि से 103 भू-जल संरक्षण संबंधी संरचनाओं का निर्माण हो रहा है।
कैम्पा की वार्षिक कार्ययोजना 2020-21 में रायगढ़ वनमंडल अंतर्गत 89 किलोमीटर लम्बाई के 9 विभिन्न नालों में 3 करोड़ 23 लाख रूपए की राशि से 8 हजार 470 संरचनाओं का निर्माण प्रगति पर है। जिनमें से बंजारी नाला में 74 लाख रूपए की राशि से एक हजार 876 संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। इससे 2 हजार 877 हेक्टेयर भूमि उपचारित होगी। इसी तरह भावरखोल नाला में 14 लाख रूपए की राशि से 652, हाथीझरिया नाला में 41 लाख रूपए की राशि से एक हजार 172, सेमरानाला पार्ट-1 में 19 लाख रूपए की राशि से 881 तथा शंकरपथ नाला में 10 लाख रूपए की राशि से 396 संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा कर्पण नाला में 15 लाख रूपए की राशि से 651, चिटकीझरिया नाला में 50 लाख रूपए की राशि से 797, उपका नाला में 45 लाख रूपए की राशि से 225 और बदझरिया नाला में 56 लाख रूपए की राशि से एक हजार 120 भू-जल संरक्षण संबंधी संरचनाओं का निर्माण प्रगति पर है।